सोमवार, 11 सितंबर 2017

जब से गुड़गांव के रियान इंटरनेशनल स्कूल में 8 साल के बच्चे के साथ उस दुर्दांत घटना की खबर पढ़ी है तब से सोच रही हूँ वह मासूम बच्चा कितनी मानसिक प्रताड़ना से गुजरा होगा... सोचिए दूसरी क्लास में पढ़ने वाला 8 साल का बच्चा .. पहले दुर्व्यवहार किया गया फिर कान से गले तक काट कर हत्या कर दी गई... बच्चा कुछ देर वही वॅाशरूम के बाहर तड़पता रहा फिर उसने दम तोड़ दिया ...बताया जा रहा है कि प्रद्धयुम्न स्कूल में होने वाले अपने सहपाठी के जन्मदिन की तैयारी में बेहद खुश घर से निकला था.. केवल 15-20  मिनट पहले उसके पिता उसे स्कूल छोड़ने आए थे और 15 मिनट में ही उसकी हत्या हो गई... यह भी बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष भी रियान इंटरनेशनल स्कूल में एक बच्चे की लाश पानी की टंकी में मिली थी ...जाने क्यों मुझे इस घटना में स्कूल प्रशासन की कुछ गलती नजर आ रही है... टॉयलेट का cctv कैमरा भी खराब था ..घटना के तुरंत बाद ही कंडक्टर ने खुद को घटना का आरोपी  बताकर घटना की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली यह भी बात हजम नहीं हो रही... बच्चे के माता-पिता स्तब्ध हैं...  प्रद्धयुम्न की मां की आंखों के आंसू सूख चुके हैं और मीडिया टीआरपी बटोरने में लगा हुआ है ...मामला बेहद गंभीर है एक मासूम जान को कितनी निदर्यता के साथ मौत के घाट उतार दिया गया ...अगर बच्चे शिक्षा के मंदिर में भी सुरक्षित नहीं है तो फिर वह कहां सुरक्षित होंगे ..ऐसे स्कूल जहां इस तरह की अपराधिक गतिविधियों वाले व्यक्तियों को बिना जांच पड़ताल के काम दिया जाता हो उनकी मान्यता रद्द कर देनी चाहिए...  ईश्वर प्रद्धयुम्न के माता पिता को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति दे..  प्रद्धयुम्न की आत्मा को शांति दे अब तो बस यही कहा जा सकता है..इस घटना से इंसानियत शर्मसार है...!!

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