रविवार, 15 जनवरी 2017

आज एक मित्र से बात हो रही थी ।  उनके लगभग 40 -45 वर्षीय  रिश्तेदार को कैंसर हो गया।  वह शारीरिक रूप  से हष्ट पुष्ट और एक दम स्वस्थ थे लेकिन फिर लगभग २ महीने पहले अचानक उन्हें इस बीमारी का पता चला। मेरे मित्र कहने लगे कि यदि  वे योग व्यायाम आदि करते तो ऐसा नहीं होता।  मैंने उनसे कहा जन्म और मृत्यु तो पूर्व निश्चित होते हैं। योग और व्यायाम आदि से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ाई जा  लेकिन मृत्यु को टाला नहीं जा सकता। हम सब  संसार में एक निश्चित आयु लेकर आते हैं और उसके पूरा होते ही यहाँ से कूच कर जाते हैं।  फिर मृत्यु किसी भी बहाने से आए कुछ कहा नहीं जा सकता।  हम अक्सर देखते हैं कि कैसे कभी कोई एक दम स्वस्थ व्यक्ति कम उम्र में अचानक किसी कारण से हमारे बीच से चला जाता है और कोई असाध्य बीमारी से ग्रसित व्यक्ति भी लम्बी उम्र जीता है। इसका मतलब ये नहीं कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं रहना चाहिये बल्कि मेरा तो बस यही कहना है कि जन्म और मृत्यु मानव मन की समझ से परे होते हैं।  कुछ लोग इनके पीछे किसी कारण को ढूंढा करते हैं और मेरे जैसे भाग्यवादी लोग इन्हें पूर्वनिर्धारित मानते हैं । 

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